रविवार, 1 नवंबर 2015

मैं शायर तो नहीं...

पिछले दिनों से कुछ शेयरो-शायरी की खुराक ज़्यादा मिल गई...बहुत अच्छा लगता है इसे पढ़ना..ज़िंदगी के सभी तजुर्बे ये शख्शियतें आने वाली पुश्तों के लिए सहेज जाती हैं..

इन में से कुछ कुछ को मैं अपनी नोटबुक में लिखता गया ..वाट्एएप पर भी अकसर शेयर करता रहा...

कल ध्यान आया कि अपने ब्लॉग पर भी शेयर कर दिया जाए तो बेहतर होगा...शायद किसी को कोई काम की चीज़ मिल जाए...









हां जनाब, पढ़ लिये?... अब आगे क्या फरमाईश है?...हां, एक बात...शायर तो मैं हूं नहीं, यह सब चुराया माल है...कईं शेयर मैं समझ नहीं पाता, इसलिए एक उर्दू-हिंदी शब्दकोष भी ले आया हूं... फिर भी मुझे फिल्मी गीत ठीक ठाक समझ आ जाते हैं...उदाहरण के तौर पर स्कूल के दिनों से ही बॉबी फिल्म के इस शायराना गीत को समझने में कोई दिक्कत आई नहीं...