फिलिपिन्स की राजधानी मनीला अब माताओं को एक बैंक की सुविधा उपलब्ध हो गई है ...जहां पर वे पैसा नहीं बल्कि स्तन-दूध जमा करवा पायेंगी और निकलवा भी पायेंगी।
फिलिपिन्स का यह पहला कम्यूनिटी मिल्क बैंक पिछले शुक्रवार को खुला है और इस का उद्देश्य ही यह है कि उन बीमार बच्चों की मदद की जा सके जो इतने कमज़ोर हैं कि वे स्तन-पान करने में ही असमर्थ हैं या ऐसी माताओं की मदद के लिये जो शिशु को तुरंत अपना दूध नहीं पिला पातीं।
जिस दिन यह बैंक खुला उस दिन दो सो माताओं ने कम से कम 125 मिली दूध इस बैंक को भेंट किया। स्तन-दूध को इक्ट्ठा करने के लिये एक मैनुअल पंप का इस्तेमाल किया गया जिसे हर दूध-दाता ( Milk donor) ने लगभग 15 मिनट के लिये इस्तेमाल किया । एक मैनुअल ब्रैस्ट पंप की कीमत लगभग 40 यू.एस डालर बताई गई है।
खबर के मुताबिक हर मां से प्राप्त दूध को एक स्टैरीलाइज्ड कंटेनर में रखा जायेगा, जिसे कूलर में ट्रांसफर कर दिया जायेगा और स्थानीय हस्पताल में भेज दिया जायेगा। हास्पीटल के पास दूध को छः महीने तक रखने की सुविधा उपलब्ध है।
अभी यह खबर पढ़ी ही थी कि अमेरिका आंकड़ों पर भी नज़र पड़ गई।वहां पर 77फीसदी महिलायें स्तनपान करवाना शुरू तो करती हैं लेकिन छः महीने तक इसे केवल 36 फीसदी महिलायें ही करवा पाती हैं जब कि सरकार इस संख्या को 2010 तक 50 फीसदी तक तो लेकर जाना ही चाहती है। अमेरिकन एसोशिएशन ऑफ पैडीएटरिक्स शिशु को पहला पूरा साल ही मां का दूध देने की सिफारिश करता है।
तो , इस से गर्भवती भारतीय महिलाओं एवं बिलकुल छोटे शिशुओं की माताओं को भी तो एक अहम् सबक मिल रहा है ।