जब हम लोग शरीर के किसी अंग में पथरी की बात करते हैं तो हमारा ध्यान में बिल्कुल छोटे छोटे से कंकड़ ही तो आते हैं, है कि नहीं?.... चाहे वह पित्ताशय (गॉल-ब्लैडर) हो या फिर गुर्दा, हम लोग अकसर पथरी के नाम पर इन में कंकड़ों की ही कल्पना करते हैं। कभी कभी अखबार में खबर दिख जाती है जब पथरी थोड़ी बड़ी होती है..। पित्ताशय में तो अकसर चावल जैसी बीसियों पथरियां पाई जाती हैं।
लेकिन अगर पथरी की जगह किसी के गुर्दे में ७०० ग्राम का पत्थर निकाला जाए तो बात हैरान करने वाली लगती है।
लेकिन ऐसा ही हुआ है दिल्ली के एक अस्पताल में। आज ही दा हिंदु में यह खबर पढ़ने को मिली।
४५ वर्षीय इस पुरूष के गुर्दे से पांच पथरीयां निकाली गईं --जिन का कुल वजन ८०० ग्राम थी...इन में से एक तो ७०० ग्राम का पत्थर था जिस का डॉयामीटर ही ९ सैंटीमीटर था।
सुखद बात यह पढ़ी कि इस बड़े से पत्थर और इतनी पथरियों के कारण उस का बायां गुर्दा बहुत बड़ा होने के बावजूद भी सुचारू रूप से काम कर रहा था।
और एक बात... इतना बड़ा पत्थर किडनी से निकाला जाना एक विश्व-रिकार्ड है, इसलिए अस्पताल इसे गिनीज़ बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज़ करवाने जा रहा है। पुराना रिकार्ड गुर्दे से ६२०ग्राम का पत्थर निकालने का है।
आप को भी यह खबर देख कर वह कहावत याद आ जायेगी..... Heaviest renal stone removed from a patient at Delhi hospital.
लेकिन अगर पथरी की जगह किसी के गुर्दे में ७०० ग्राम का पत्थर निकाला जाए तो बात हैरान करने वाली लगती है।
लेकिन ऐसा ही हुआ है दिल्ली के एक अस्पताल में। आज ही दा हिंदु में यह खबर पढ़ने को मिली।
गुर्दे से निकला 700 ग्राम का पत्थर |
सुखद बात यह पढ़ी कि इस बड़े से पत्थर और इतनी पथरियों के कारण उस का बायां गुर्दा बहुत बड़ा होने के बावजूद भी सुचारू रूप से काम कर रहा था।
और एक बात... इतना बड़ा पत्थर किडनी से निकाला जाना एक विश्व-रिकार्ड है, इसलिए अस्पताल इसे गिनीज़ बुक ऑफ रिकार्ड में दर्ज़ करवाने जा रहा है। पुराना रिकार्ड गुर्दे से ६२०ग्राम का पत्थर निकालने का है।
आप को भी यह खबर देख कर वह कहावत याद आ जायेगी..... Heaviest renal stone removed from a patient at Delhi hospital.