शुक्रवार, 14 मई 2010

तंबाकू प्रोडक्ट्स पर कैसी हो चेतावनी ? ---ज़रा देखिये

बिल्कुल सीधी सी बात है कि वह चेतावनी कैसी जिसे देख कर, पढ़ कर भी आदमी पनवाड़ी से सिगरेट-बीड़ी-गुटखे का पैकेट मांगे--- चेतावनी तो वही सही चेतावनी है कि बंदे को हिला के रख दे--- एक बार तो किसी को भी ऐसा हिला दे कि यार, कहीं तंबाकू के सेवन से मेरे साथ भी ऐसा न हो जाए-- हाथ में बुझी हुई बीड़ी को बिना दोबारा सुलगाए ही नाली में फैंक दे, पाउच को डस्ट-बिन में दे मारे, गुटखे-तंबाकू-खैनी जैसे ज़हर को तुरंत थूक कर कुल्ला करने के साथ ही हमेशा से इस ज़हर को खाने से तौबा कर ले ---ऐसी चेतावनी हो कि जनमानस नफरत करने लग जाए।

वरना छोटी मोटी चेतावनी को क्या कहे ? --- बस एक वैधानिक जिम्मेदारी पूरी करने के इलावा कुछ भी तो नहीं!! और अगर तंबाकू उत्पादों पर छपी चेतावनियों से भी छेड़-छाड़, चुस्त चालाकी कि कैसे भी इस का सेवन करने वाले की आंखों में यह न पड़े और अगर गलती से पड़ भी जाए तो वह ढंग से इसे पढ़ ही न पाए और पढ़-देख भी ले तो इस का उस पर असर नहीं पड़े।


मैं कल विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट देख रहा था --वहां मैंने देखा कि तंबाकू मुक्त पहल (tobacco-free initiative) के अंतर्गत एक ऐसा पन्ना तैयार किया है जिस में उन्होंने कुछ देशों में तंबाकू के बुरे प्रभावों को दर्शाती तस्वीरें जो उन देशों में इन उत्पादों पर छपती हैं, का विवरण दिया है।


यह पन्ना देख कर मुझे बहुत अच्छा लगा --- कारण यही था कि मुझे लगा कि इस से इस मुद्दे पर भी पारदर्शिता आयेगी ---हम अपने यहां पर छपने वाली तीन तस्वीरों को देख कर ही न खुश होते रहें कि देखो, दुनिया वालो, हम कितने महान हैं। इसलिये ऐसी कोई भी राय बनाने से पहले ज़रा एक नज़र कुछ देशों में इस काम में इस्तेमाल की जाने वाली तस्वीरों की तरफ़ आप एक नज़र मारना चाहेंगे ?


वैनेज्यूला में इस के व्यसन के बारे में इस तरह की चेतावनी छपती है ---



ब्राज़ील में तंबाकू से चमड़ी पर होने वाले बुरे प्रभाव जैसे झुर्रियां आदि से आगाह करने के लिये इस तसवीर का सहारा लिया जाता है


तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले के मुंह से जो गंदी बास आती है उस के लिये यह तस्वीर आप को कैसी लगी




और तंबाकू मौत का सौदागर है इस के लिेये यह फोटोग्राफ कैसा है



और तंबाकू के शरीर पर अन्य क्या क्या बुरे प्रभाव पड़ते हैं क्यों लोग इस तरह से तस्वीर से भांप न लेते होंगे



खून की नाडि़यों को यह कैसे प्रभावित करता है आप भी देखिये

आंख के लिये इतना खतरनाक है तंबाकू


दिल तो समझ लो गया तंबाकू से

फेफड़े की सिंकाई से क्या हो जायेगा, आइये इधर देखें

और मुंह में यह क्या कोहराम मचायेगा, बाप रे बाप



और दिमाग की नस फट गई तो क्या केवल वही फटती है ?

और हाथों-पैरों में तंबाकू की वजह से जब खून का दौरा कम हो जाता है तो बड़े बड़ों की बस हो जाती है






और तंबाकू से आवाज़ को क्या हो जाता है ?



ओ हो, यह क्या पंगा --- अगर तंबाकू बंदे के पौरूष पर ही वार करने लगे तो ....

और अगर मां-बापू भी तंबाकू का इस्तेमाल किये जा रहे हैं तो ..

और अगर गर्भवती महिला तंबाकू के सेवन से गुरेज न करे ंतो



तंबाकू छोड़ने के बारे में यह तसवीर कैसी है

और यह जो दूसरे दर्जा का तंबाकू है इसे इस तरह की तस्वीर से दिखाना कैसा है ?



महिलायों में कैसे यह तंबाकू उत्पात मचाता है, यह तस्वीर बहुत कुछ कह ही रही है


अच्छा तो आपने दूसरे देशों में तो प्रचलित ये सब तसवीरें देख ही लीं जिन से तंबाकू का किसी भी रूप में सेवन करने वाले के मन में दशहत सी बैठने लगती है।

आपने क्या अपने यहां प्रचलित तसवीरें देखी हैं और इन को जारी करने से पहला कितना बवाल मचा था उस के बारे में तो सब जानते ही हैं। आप क्या कह रहे हैं कि आपने इन तस्वीरों को कभी नोटिस नहीं किया ---- नहीं,यार ऐसा मत कहो, इन्हें तो मैंने भी कईं बार गुटखे के पैकेटों पर छपा देखा है। आप को क्या लगता है कि ये जो नीचे तीन तस्वीरें (अगर इन्हें आप तस्वीरें कह सकें तो)हैं जो अपने यहां छपती हैं, तंबाकू के बारे में दशहत पैदा करने में किसी तरह से ऊपर दिखाई गई तस्वीरों के मुकाबले में यह कितनी कारगर होंगी।

वैसे मैंने सुना है कि भारत में भी तंबाकू के प्रोडक्ट्स पर छपने वाली डरावनी किस्म की तसवीरों पर विचार किया जा रहा है...देखते हैं कब यह विचार विमर्श संपन्न होता है। डरावनी क्या, तस्वीरें इतनी खौफ़नाक हों कि लोग इन से दूर भागने लगें। ये जो ऊपर आप ने तस्वीरें देखी हैं ये विभिन्न देशों में इस्तेमाल की जा रही हैं।

आप मेरे इन तीन तस्वीरों के बारे में विचार जान कर क्या करेंगे ---मैं जानता हूं कि बिच्छू कैंसर का सिंबल है, लेकिन कितने लोग यह जानते हैं इसलिेये मुझे तो इस पहली तस्वीर देख कर तो यही लग रहा है कि इस पैकेट के साथ बच्चों का एक प्लास्टिक का बिच्छू खिलौना भी मिलेगा( जैसा मेरी मां बचपन में पेस्ट के साथ लाया करती थीं), अगली में लग रहा है कि कोई हीरो-छाप लड़का जैकेट डलवा कर फोटो खिंचवा रहा है, और तीसरी तस्वीर में मुझे क्यों लगता है कि पान तैयार किया जा रहा है।

पो्सट लिखने में जितनी भी मेहनत लगी, उसे मैं तभी सार्थक मानूंगा अगर इसे देखने के बाद कुछ दोस्त इस व्यसन को छोड़ देंगे ---अब प्लीज़ कोई इसे Moral policing न कहे, बुरा लगता है।




7 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत बढ़िया पर्स्तुती
    मै भी कुछ ऐसा लिखने वाला था
    आपका आभार

    जवाब देंहटाएं
  2. हम इसे अपने रूममेट को जरूर दिखायेंगे...हम कई बार असफ़ल कोशिश कर चुके हैं कि वो सिगरेट पीना छोड दे...शायद इस बार...

    जवाब देंहटाएं
  3. @ नीरज जी, आप का आइडिया अच्छा लगा। मैं तो सोच रहा हूं कि इस का एक प्रिंट आउट निकाल कर अपनी ओपीडी में फ्रेम करवा कर टांग दूं ---मेरा जब कोई मरीज़ मेरे कहने पर बीड़ी, तंबाकू, गुटखा छोड़ देता है और कईं बार मेरी मेज पर ही छोड़ कर इसे वापिस न छूने की कसम खा कर बाहर जाने को होता है तो मैं अपनी खुशी ब्यां नहीं कर सकता। कईं बार सोचता हूं कि अगर हर तंबाकू का इस्तेमाल करने वाले को डाक्टर लोग अपना बच्चा समझें ---और फिर वही करें जो अपने बच्चे को इस व्ययसन से छुटकारा दिलवाने के लिये करेंगे, तो फिर फिर गई न इस तंबाकू की जात की ऐसी की तैसी।

    जवाब देंहटाएं
  4. बढ़िया...जागरूक करती पोस्ट लिखने के लिए आपको बहुत-बहुत बधाई

    जवाब देंहटाएं
  5. चोपडा जी युरोप मै सिगरेट खुले मै पीना, होटल ओर वार मै पीना, मना है , सिगरेट के बचे हुये हिस्से को सडक पर फ़ेंकना मना है, दफ़तरो मै, ओर सिनेमा हाल ओर सभी पव्लिक स्थानो पर सिगरेट पीना मना है, ओर हर रोज यहां टी वी के अलग अलग स्टेशनो पर भी सिगरेट से होने वाली हानि के बारे बताते है स्कुळ मै बच्चो को सचेत करते है, ओर सिगरेट के पकेट भी बहुत मंहगे कर दिये, जिस से बहुत लोग इसे छोड रहे है, ओर इसे छुडाने मै भी सरकार मदद करती है, ओर इलाज के पैसे भी खर्च करती है, अगर यह सब भारत सरकार भी करे तो जरुर कई लोग इन बिमारी को छोड दे. आप की पोस्ट हमेशा की तरह लोगो को जाग्रुक करने वाली ओर बहुत सुंदर.
    धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं

इस पोस्ट पर आप के विचार जानने का बेसब्री से इंतज़ार है ...