मुझे अकसर युवकों को पनवाड़ी की दुकान पर मोटरसाईकिल पर खड़े खड़े दो पाउच मुंह में उंडेलते देख कर बड़ी हैरानगी हुआ करती थी कि ये ऐसा क्यों करते हैं, बड़ा पैकेट ही क्यों नहीं ले लेते!
यह दो पाउच वाली मिस्ट्री एक बार हल हो गई थी..एक ट्रेन में यात्रा करने के दौरान मैंने देखा कि आदमी ने दो पाउच लिए, खोले, और एक पाउच का सामान दूसरे में उंडला ...पाउच को चंद सैकेंडों के लिए हिलाया..मैंने देखा कि उस मिश्रण का रंग ही बिल्कुल बदल गया था..और उसने तुरंत उसे गाल के सुपुर्द कर दिया।
जिज्ञासा तो मुझे बहुत थी इस का राज़ जानने के लिए, अगले दिन मैंने अपने सहायक से पूछा कि यह दो पाउच एक साथ मिला कर चबाने वाला क्या लफड़ा है। उसने बताया कि एक में पानमसाला या गुटखा होता है और दूसरे में तंबाकू....दोनों को मिला कर लेने का नया फेशन है !
मैंने उत्तर प्रदेश के लखनऊ के अलावा किसी और शहर को ज़्यादा नहीं जानता। लेकिन यहां दो बातें मैंने नोटिस की हैं..एक तो यहां गुटखा-पान मसाला, बीड़ी सिगरेट की दुकानें औरतें भी चलाती हैं और दूसरा यह कि यहां पर कुछ औरतें भी ये सब शौक फरमाती हैं।
आज मैंने ऐसी ही एक दुकान पर एक युवा महिला को देखा कि उसने दो पाउच खरीदे और उन दोनों को मिलाकर मिश्रण तैयार कर के मुंह में दबा कर आगे निकल गई....मैं पास ही खड़ा यह देख रहा था।
यह किसी प्रदेश के लोगों के बारे में टिप्पणी नहीं है, एक आब्ज़र्वेशन सी है ...जहां मैं पहले रहता था वहां पर बैठकों में...मेहमानों के लिए एक प्लेट में बीड़ियां डाल कर मेहमानों में घुमाई जाती थीं......और हरियाणा में महिलाएं बीड़ी की बहुत शौकीन हैं, यह तो आप जानते ही हैं! देश के कईं हिस्सों में महिलाएं तंबाकू वाले मंजनों की किस कद्र आदि हैं, यह भी हम जानते हैं......आंध्र प्रदेश के समुद्री तट वाले इलाकों में औरतें बीड़ी या छुट्टे का सुलगता हिस्सा मुंह में रखती हैं, इस कारण उन में तालू के कैंसर बहुत होते हैं.....अलग अलग जगहों की अपनी रवायतें हैं.
आज मेरे से रहा नहीं गया.....मैंने दुकानदार से वे पाउच खरीद ही लिए....पानमसाले का पाउच दो रूपये में और तंबाकू का पाउच एक रूपये में। दुकानदार ने बताया कि अब हर कंपनी का तंबाकू अलग से आने लगा है।
दोस्तो, घर आकर जो मैंने इन दो पाउचों को मिला कर प्रयोग किया उस की वीडियो आप स्वयं देखिए....आप देखिए कि किस तरह से कुछ ही लम्हों में उस मिश्रण में तंबाकू का रंग ही बदल गया......अब यह कौन सा कैमीकल रिएक्शन होता होगा मुझे इस का तो ज्ञान नहीं है ..लेकिन मुझे इतना पता है कि यह मिश्रण किसी की भी हंसती-खेलती ज़िंदगी में ज़हर घोलने के लिए काफी है।
इस तरह का मिश्रण मुहं के अंदर की मुलायम झिल्ली पर क्या असर करता है, उस का प्रमाण हमें अकसर हमारी ओपीडी में मुंह के कैंसर के रोगियों की बढ़ती संख्या में देखने को मिल जाता है। बेहद दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण। एक बात और है कि मैंने क्या कहना है, उस पाउच पर ही कंपनी को ही कितनी भयानक मुंह के कैंसर की तसवीर टिकानी पड़ी है। कंपनियों को इस तरह की तसवीरें कितने सरकारी दबाव में पाउच पर छपवानी पड़ती हैं, इस का आप अनुमान नहीं लगा सकते।
इस एक्सपेरीमेंट के चक्कर में मेरी तीन रूपये खराब हो गये...कोई बात नहीं, अगर यह वीडियो देख कर चंद लोगों ने भी इस खतरनाक शौक से तौबा कर ली तो मैं समझूंगा मैंने तीन रूपये खर्च कर तीन लाख वसूल लिए.......मैं इस मिश्रण को डस्टबिन में फैंकने लगा तो बेटा हंसते हुए कहने लगा कि नीचे जा कर किसी को दे ही दो...
मुझे ऐसा लग रहा है कि ये जो दो पैकेट वाला नया क्रेज है ..इस के पीछे वही गुटखे वुटखे वाला प्रतिबंध है... सुनते हैं कि मिलता तो अभी भी है ..लेकिन डबल रेट पर.....इसलिए कंपनियों ने बड़ी समझ-बूझ से पानमसाला और तंबाकू के अलग पाउच बेचना शुरू कर के इस प्रतिबंध को भी ठेंगा दिखा दिया है.....
और ऊपर से इन प्रोडक्टस के नये नये स्टाइल के विज्ञापन लोगों को भ्रमित करने में कोई कसर थोड़े ही ना छोड़ते हैं...
लेकिन एक िवज्ञापन का मुझे ध्यान आ गया...बड़ा क्रिएटिव लगा... बेटे ने मुझे सुबह वाट्सएप पर भेजा था......उस प्रोड्कट के बारे में तो मेरी कोई टिप्पणी नहीं है, लेकिन विज्ञापन बढ़िया है ... बिल्कुल अपील करने वाला, जिसे कब्ज हो, उसे तो देखते ही लगे कि उस की तकलीफ़ों को अंत करने वाला जुगाड़ आ गया!!
संबंधित लेख...
कहरा बरपा रहे हैं तंबाकू के रेडीमेड पाउच
कागज के पाउच में भी आ रहा है गुटखा
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यह दो पाउच वाली मिस्ट्री एक बार हल हो गई थी..एक ट्रेन में यात्रा करने के दौरान मैंने देखा कि आदमी ने दो पाउच लिए, खोले, और एक पाउच का सामान दूसरे में उंडला ...पाउच को चंद सैकेंडों के लिए हिलाया..मैंने देखा कि उस मिश्रण का रंग ही बिल्कुल बदल गया था..और उसने तुरंत उसे गाल के सुपुर्द कर दिया।
जिज्ञासा तो मुझे बहुत थी इस का राज़ जानने के लिए, अगले दिन मैंने अपने सहायक से पूछा कि यह दो पाउच एक साथ मिला कर चबाने वाला क्या लफड़ा है। उसने बताया कि एक में पानमसाला या गुटखा होता है और दूसरे में तंबाकू....दोनों को मिला कर लेने का नया फेशन है !
आज मैंने ऐसी ही एक दुकान पर एक युवा महिला को देखा कि उसने दो पाउच खरीदे और उन दोनों को मिलाकर मिश्रण तैयार कर के मुंह में दबा कर आगे निकल गई....मैं पास ही खड़ा यह देख रहा था।
यह किसी प्रदेश के लोगों के बारे में टिप्पणी नहीं है, एक आब्ज़र्वेशन सी है ...जहां मैं पहले रहता था वहां पर बैठकों में...मेहमानों के लिए एक प्लेट में बीड़ियां डाल कर मेहमानों में घुमाई जाती थीं......और हरियाणा में महिलाएं बीड़ी की बहुत शौकीन हैं, यह तो आप जानते ही हैं! देश के कईं हिस्सों में महिलाएं तंबाकू वाले मंजनों की किस कद्र आदि हैं, यह भी हम जानते हैं......आंध्र प्रदेश के समुद्री तट वाले इलाकों में औरतें बीड़ी या छुट्टे का सुलगता हिस्सा मुंह में रखती हैं, इस कारण उन में तालू के कैंसर बहुत होते हैं.....अलग अलग जगहों की अपनी रवायतें हैं.
आज मेरे से रहा नहीं गया.....मैंने दुकानदार से वे पाउच खरीद ही लिए....पानमसाले का पाउच दो रूपये में और तंबाकू का पाउच एक रूपये में। दुकानदार ने बताया कि अब हर कंपनी का तंबाकू अलग से आने लगा है।
दोस्तो, घर आकर जो मैंने इन दो पाउचों को मिला कर प्रयोग किया उस की वीडियो आप स्वयं देखिए....आप देखिए कि किस तरह से कुछ ही लम्हों में उस मिश्रण में तंबाकू का रंग ही बदल गया......अब यह कौन सा कैमीकल रिएक्शन होता होगा मुझे इस का तो ज्ञान नहीं है ..लेकिन मुझे इतना पता है कि यह मिश्रण किसी की भी हंसती-खेलती ज़िंदगी में ज़हर घोलने के लिए काफी है।
इस तरह का मिश्रण मुहं के अंदर की मुलायम झिल्ली पर क्या असर करता है, उस का प्रमाण हमें अकसर हमारी ओपीडी में मुंह के कैंसर के रोगियों की बढ़ती संख्या में देखने को मिल जाता है। बेहद दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण। एक बात और है कि मैंने क्या कहना है, उस पाउच पर ही कंपनी को ही कितनी भयानक मुंह के कैंसर की तसवीर टिकानी पड़ी है। कंपनियों को इस तरह की तसवीरें कितने सरकारी दबाव में पाउच पर छपवानी पड़ती हैं, इस का आप अनुमान नहीं लगा सकते।
इस एक्सपेरीमेंट के चक्कर में मेरी तीन रूपये खराब हो गये...कोई बात नहीं, अगर यह वीडियो देख कर चंद लोगों ने भी इस खतरनाक शौक से तौबा कर ली तो मैं समझूंगा मैंने तीन रूपये खर्च कर तीन लाख वसूल लिए.......मैं इस मिश्रण को डस्टबिन में फैंकने लगा तो बेटा हंसते हुए कहने लगा कि नीचे जा कर किसी को दे ही दो...
मुझे ऐसा लग रहा है कि ये जो दो पैकेट वाला नया क्रेज है ..इस के पीछे वही गुटखे वुटखे वाला प्रतिबंध है... सुनते हैं कि मिलता तो अभी भी है ..लेकिन डबल रेट पर.....इसलिए कंपनियों ने बड़ी समझ-बूझ से पानमसाला और तंबाकू के अलग पाउच बेचना शुरू कर के इस प्रतिबंध को भी ठेंगा दिखा दिया है.....
और ऊपर से इन प्रोडक्टस के नये नये स्टाइल के विज्ञापन लोगों को भ्रमित करने में कोई कसर थोड़े ही ना छोड़ते हैं...
लेकिन एक िवज्ञापन का मुझे ध्यान आ गया...बड़ा क्रिएटिव लगा... बेटे ने मुझे सुबह वाट्सएप पर भेजा था......उस प्रोड्कट के बारे में तो मेरी कोई टिप्पणी नहीं है, लेकिन विज्ञापन बढ़िया है ... बिल्कुल अपील करने वाला, जिसे कब्ज हो, उसे तो देखते ही लगे कि उस की तकलीफ़ों को अंत करने वाला जुगाड़ आ गया!!
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लाजवाब प्रस्तुति...
जवाब देंहटाएंऔर@जा रहा है जिधर बेखबर आदमी