गुरुवार, 31 जुलाई 2014

मैंने अपनी कमर माप ली, क्या आप ने मापी...

आज सुबह बीबीसी न्यूज़ पर यह रिपोर्ट दिखी तो एक बार फिर से आंखें खुल गईं। क्या करें, आंखें तो कईं बार पहले भी खुल चुकी हैं, लेकिन हम मानते कहां है, कहां मीठा खाने पर कंट्रोल ही करते हैं और कहां नियमित शारीरिक परिश्रम ही करते हैं।

हां तो इस रिपोर्ट में लिखा है जिन पुरूषों की कमर ४० इंच और महिलाओं की ३५ इंच होती है उन में मधुमेह रोग का खतरा पांच गुणा बढ़ जाता है। पूरी रिपोर्ट पढ़ने के लिए आप इस नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
'Tape measure test' call on type 2 diabetes

जैसा अकसर हमारे जैसे घरों में होता है, सुबह जब खबर पढ़ी तब तो इंचीटेप मिला नहीं, हां, जब श्रीमति जी ने दोपहर में ढूंढ लिया तो मैंने कमर मपवाई...बिल्कुल ऐसे ही जैसे इस रिपोर्ट की फोटो में दिखाई गई है..अर्थात् अम्बलाईकस के इर्द-गिर्द। मुझे उम्मीद थी कि यह ४० के करीब होगी। नहीं, ये ४२ से थोड़ी ऊपर थी।

फिर वह पैंट का भी माप लिया जो मैं पहनता हूं और जो अभी ठीक आती है, वह ४१ इंच के लगभग थी।
सीधी सीधी बात कि आंकड़ा ४० इंच तक तो शर्तिया पहुंच ही चुका है और उम्र ५० के पार हो गई है, इसलिए इस तरह की रिपोर्टें मेरे जैसों को यही याद दिलाने के लिए होती हैं कि अभी भी सुधर जाओ....खाना पीना ठीक कर लो, वैसे तो खाना पीना ठीक ही है, पीना है नहीं, लेकिन मीठा ज़्यादा हो ही जाता है और नियमित शारीरिक परिश्रम का अभाव बना हुआ है।

अब इन दोनों बातों का ध्य़ान रखना होगा, और दो एक दिन में फिर से साईक्लिंग शुरू करनी होगी।
आप भी अपनी कमर अभी माप ही लीजिए.....लेकिन मापिए नाभि को रेफरेंस लेकर ही। प्रेरणा हमें कहीं से भी मिल सकती है ..कभी भी.......... There is never a wrong time to do the right thing. So, just check!

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