रविवार, 23 मार्च 2008

इसे बीस लाख लोग देख-सुन चुके हैं !!

बाहर कहीं पार्क में टहलने की बजाए अभी अभी यू-टयूब पर ही चहलकदमी करते हुये मुझे मेरा एक पसंदीदा गीत मिल गया...लेकिन यह केवल मेरी ही पसंद न थी, यू-टयूब के आंकड़ों से पता चला कि इसे अब तक लगभग बीस लाख लोग देख चुके हैं। मुझे यह गीत इसलिये पसंद है कि मैं इसे जितनी बार भी देखता हूं हर बार यही सोचता हूं कि इतना जबरदस्त डांस भी कोई कर सकता है। और मैं हर बार ऐश्वर्या राय से इतना प्रभावित होता हूं कि यही सोचता हूं कि राय जैसे आर्टिस्ट लोग अगर अपने काम को इतनी लगन से , शिद्दत से, इतनी तन्मयता से, इतने दिल से कर सकते हैं तो हम क्यों नहीं अपने काम के प्रति यही भावना रख सकते। यह गीत अब थोड़ा पुराना होने लगा है लेकिन जब भी टीवी पर, रेडियो पर बजता है तो मैं सब काम छोड़-छाड़ कर इसे निहारने लगता हूं ........और एक तरफ़ है मेरी कलम से लिखे लेख...जिन्हें आठ घंटे बाद ही मेरे खुद की पढ़ने की इच्छा नहीं होती। तो हमें भी कुछ अद्भुत लेखन के लिये इस गीत के जैसे मास्टर-पीस प्रेरित करते हैं कि नहीं ?........आप को क्या लगता है। वैसे एक बात बता दूं कि मेरे हर पसंदीदा गीत के पीछे कुछ ऐसे ही राज़ छुपे होते हैं जिन्हें कभी कभार मैं आप के साथ बेझिझक बांटता रहूंगा ताकि आप भी मेरी तरह इन से प्रेरित हो सकें। ठीक है, अभी तो इसे सुनिये...............

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