आज विश्व किडनी दिवस है...हिन्दुस्तान अखबार में एक बड़ा सा इश्तिहार सा आया है इसमें..लेिकन यह इश्तिहार कहें या फीचर या लेख, इस में किसी का कोई वेस्टेड इंट्रस्ट नहीं है...पीजीआई लखनऊ के नामगिरामी किडनी रोग विशेषज्ञ ने भी इस के बारे में चंद बहुत महत्वपूर्ण बातें शेयर की हैं... इस तरह के विशेषज्ञों की एक एक बात को दिल में बसा लेना चाहिए....इसी में ही भलाई है।
जब मैंने सुबह अखबार खोली तो मैंने सोचा िक इस सारे इश्तिहार को अपने ब्लॉग में पेस्ट कर दूंगा...लेकिन ब्लॉगिंग प्लेटफार्म की भी अपनी सीमाएं हैं...लगा तो दी है मैंने यह तस्वीर लेकिन इस से शायद कुछ भी पढ़ा न जाए... सोच रहा हूं कि इस तरह की तस्वीरों की पीडीएफ तैयार कर के ब्लॉग पर शेयर कर दिया करूं...शायद बहुत वर्ष पहले ऐसे किया भी करता था, फिर शायद कभी ज़रूरत नहीं पड़ी।
अगर हो सके, तो आज की हिन्दुस्तान अखबार ले कर आइए...वैसे तो शायद यह जानकारी अन्य अखबारों में भी होगी.. इस तरह की जानकारी सहेजने लायक होती है ...रिमांइडर का काम करती है ...मुझे भी देखिए याद आ गया कि मैंने भी ये जांच करवानी है।
गुर्दे स्वस्थ रहें, वैसे इस के बारे में हम जानते बहुत कुछ हैं, समस्या वही है कि मानते नहीं....याद आ रहा कि आज के दिन आठ साल पहले व्लर्ड किडनी फाउंडेशन ने एक ट्रेनिंग प्रोग्राम रखा था मद्रास में ...मुझे भी अपने इस ब्लॉग के कारण ही वहां जाने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था...तब मैंने वहां से आकर कुछ कुछ बातें शेयर भी की थीं, सोच रहा हूं िक आज उन बातों को ही दोहरा के काम चला लिया जाए...
उपयोगी लिंक्स को यहां लगा रहा हूं... फुर्सत में पढ़ने लायक है ..
जब मैंने सुबह अखबार खोली तो मैंने सोचा िक इस सारे इश्तिहार को अपने ब्लॉग में पेस्ट कर दूंगा...लेकिन ब्लॉगिंग प्लेटफार्म की भी अपनी सीमाएं हैं...लगा तो दी है मैंने यह तस्वीर लेकिन इस से शायद कुछ भी पढ़ा न जाए... सोच रहा हूं कि इस तरह की तस्वीरों की पीडीएफ तैयार कर के ब्लॉग पर शेयर कर दिया करूं...शायद बहुत वर्ष पहले ऐसे किया भी करता था, फिर शायद कभी ज़रूरत नहीं पड़ी।
अगर हो सके, तो आज की हिन्दुस्तान अखबार ले कर आइए...वैसे तो शायद यह जानकारी अन्य अखबारों में भी होगी.. इस तरह की जानकारी सहेजने लायक होती है ...रिमांइडर का काम करती है ...मुझे भी देखिए याद आ गया कि मैंने भी ये जांच करवानी है।
आज मैंने भी सुबह उठ कर दो गिलास पानी पिया |
उपयोगी लिंक्स को यहां लगा रहा हूं... फुर्सत में पढ़ने लायक है ..
मैंने ऊपर लिखा है न कि ये सब बातें हमारी लिए नईं थोड़े ही न हैं, वर्षों से सुनते आ रहे हैं...लेकिन वही बात है दिल जानता तो है पता नहीं कमबख्त मानता ही क्यों नहीं ...