मुझे अभी अभी याद आया कि १९७७-७८ की बात है... मोरार जी देसाई को प्रधानमंत्री बने अभी चंद ही दिन ही हुए थे...उन्हीं दिनों हमारे सैकेंड टर्म एग्ज़ाम चल रहे थे... मोरारजी देसाई के ऊपर निबंध आ गया। हमारे हिंदी के मास्साब ने हमें यह लिखवाया नहीं था...जिसे हम लोग रट कर एग्जाम में उलट कर चैन की सांस ले लेते। मुझे पांचवी छठी कक्षा से अखबार देखने की लत लग चुकी थी.. इसलिए जो कुछ पिछले दिनों में पढ़ा था, चेप दिया उन कागज़ के पन्नों पर..बहुत खुशी हुई थी उस दिन की अखबार पढ़ने से आज पांच दस नंबर का फायदा हो गया।
आज कल भी परीक्षा के दिन हैं...बोर्ड की परीक्षा की तैयारियों ज़ोरों पर हैं। मेरा बेटा भी बोर्ड की परीक्षा देने वाला है..कुछ दिन से वह अपना काफ़ी समय राष्ट्रपति ओबामा के बारे में हर छोटी बड़ी खबर पढ़ने में बिता देता है।
दो तीन दिन पहले उसने राष्ट्रपति की स्पेशल गाड़ी और मोबाइल फोन के फीचर पढ़ने समझने में इतना समय लगाया जैसे वह किसी फिजिक्स-केमिस्ट्री के अध्याय को तैयार कर रहा था। लेकिन मैंने उसे नहीं कहा कि समय बहुत बदल गया है, अब इस तरह के गैजेट्स के अद्भुत फीचरों पर तो कोई प्रश्न-पत्र फिजिक्स-परीक्षा में आने से रहा।
सभी पेपरों की भी दाद देनी पड़ेगी कि इतनी मिन्यूट डिटेलज़ उन्होंने अखबार में दे डाली। पूरे पूरे पन्ने पर ये सब खबरें।
आज भी हिन्दुस्तान देखी तो इतनी मिन्यूट डिटेल्स......मैंने सोचा चलो यार इस के नोट्स बनाए जाएं। मैं अपने स्कूल-कॉलेज में नोट्स तैयार करने के लिए बहुत मशहूर था....सोचा कि चलो आज इस विषय पर ही नोट्स तैयार कर लिए जाएं... ताकि मुझे भी लंबे अरसे तक आभास तो रहे कि इस विज़िट की तैयारियां किस स्तर तक थी!!
इस विषय पर अगर आप मेरे नोट्स देखना चाहें तो इन तस्वीरों पर क्लिक कर के पढ़ सकते हैं........बेटा भी कह रहा है कि अगले तीन चार दिन तो अखबार में बस ओबामा के भारत के दौरे की ही खबरें होंगी.....इसलिए इस तरह के नोट्स सोच रहा हूं अगले तीन चार दिन भी तैयार करता रहूं... काम आएंगे!!
आज कल भी परीक्षा के दिन हैं...बोर्ड की परीक्षा की तैयारियों ज़ोरों पर हैं। मेरा बेटा भी बोर्ड की परीक्षा देने वाला है..कुछ दिन से वह अपना काफ़ी समय राष्ट्रपति ओबामा के बारे में हर छोटी बड़ी खबर पढ़ने में बिता देता है।
दो तीन दिन पहले उसने राष्ट्रपति की स्पेशल गाड़ी और मोबाइल फोन के फीचर पढ़ने समझने में इतना समय लगाया जैसे वह किसी फिजिक्स-केमिस्ट्री के अध्याय को तैयार कर रहा था। लेकिन मैंने उसे नहीं कहा कि समय बहुत बदल गया है, अब इस तरह के गैजेट्स के अद्भुत फीचरों पर तो कोई प्रश्न-पत्र फिजिक्स-परीक्षा में आने से रहा।
सभी पेपरों की भी दाद देनी पड़ेगी कि इतनी मिन्यूट डिटेलज़ उन्होंने अखबार में दे डाली। पूरे पूरे पन्ने पर ये सब खबरें।
आज भी हिन्दुस्तान देखी तो इतनी मिन्यूट डिटेल्स......मैंने सोचा चलो यार इस के नोट्स बनाए जाएं। मैं अपने स्कूल-कॉलेज में नोट्स तैयार करने के लिए बहुत मशहूर था....सोचा कि चलो आज इस विषय पर ही नोट्स तैयार कर लिए जाएं... ताकि मुझे भी लंबे अरसे तक आभास तो रहे कि इस विज़िट की तैयारियां किस स्तर तक थी!!
इस विषय पर अगर आप मेरे नोट्स देखना चाहें तो इन तस्वीरों पर क्लिक कर के पढ़ सकते हैं........बेटा भी कह रहा है कि अगले तीन चार दिन तो अखबार में बस ओबामा के भारत के दौरे की ही खबरें होंगी.....इसलिए इस तरह के नोट्स सोच रहा हूं अगले तीन चार दिन भी तैयार करता रहूं... काम आएंगे!!
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