इस 26वर्षीय युवक के मुंह की तस्वीर से यह दिख रहा है कि इसे पायरिया रोग है— डाक्टरी भाषा में इसे Chronic gingivitis कहते हैं.. इस की परेशानी यह है कि वह जब भी ब्रुश करता है तो उस के मसूड़ों से रक्त निकलने लगता है। पायरिया रोग का यह एक अहम् लक्षण है, अन्य लक्षण जो इस फोटो में देखे जा सकते हैं ..
सूजे हुये मसूड़े जिन का रंग लाल हो चुका है
दांतों पर टॉरटर जमा हुआ है
नार्मल मसूड़ों में एक फीचर – stippling – इस के मसूड़ों से गायब है, इस का मतलब यह है कि सामान्य मसूड़े को देखने पर उनका टैक्श्चर बिल्कुल संतरे के छिलके जैसा लगता है, जो कि पायरिया में गायब हो जाता है..
यह युवक पहले तो कह रहा था कि वह रोज़ाना एक तंबाकू वाला पान पिछले छःमहीने से खा रहा है ..लेकिन मेरे बार बार पूछने पर फिर कहने लगा कि शायद एक साल ही हो गया होगा। लेकिन मुझे लगता नहीं कि पान केवल एक साल में ही इतनी गड़बड़ कर सकता है, मैं जजमैंटल नहीं हो रहा हूं लेकिन मेरा अनुभव बता रहा है कि यह लंबे समय से यह तंबाकू वाला पान खा रहा होगा।
वैसे उस ने पिछले एक सप्ताह से पान खाना छोड़ दिया है ... मुझे कईं बार लगता है कि जैसे रेल का टी टी दिन में कईं बार सुनता है कि ओह...ओह ...मेरी टिकट कहां गई? किसी ने पर्स उड़ा लिया है ... टिकट तो मेरे पास ही थी.....उसी तरह हम लोग भी यह तंबाकू, गुटखा, पान, ज़र्दा के बारे में यह सुन सुन कर पक चुके हैं ..पहले खाता था, अब तो छोड़ चुके हैं!
लेकिन हमारी यही कोशिश होती है कि कोई बात नहीं, आज के बाद तुम्हारे मन में इन ज़हरीले पदार्थों के प्रति इतनी नफ़रत पैदा हो जाएगी कि तुम इन्हें देखोगे भी नहीं ... और अकसर मैं तो इस मिशन में कामयाब हो ही जाता हूं ..क्योंकि मुझे लगता है कि अगर मेरी हार होगी तो तंबाकू लॉबी की जीत हो जायेगी .....एक इंसान या यूं कह लें कि एक परिवार बरबाद हो जायेगा क्योंकि देर-सवेर कब यह आदत मुंह के कैंसर की खाई में धकेल देगी पता भी नहीं चलेगा और जब पता चलेगा भी तो बहुत देर हो चुकी होगी !!
दूसरी तस्वीर में आप देख सकते हैं कि उस के नीचे के अंदर वाले दांतों के अंदर भी कितना टॉरटर जमा हुआ है। इस का इलाज तो आसान है ही.. लेकिन उस के साथ साथ यह भी बेहद ज़रूरी है कि उस लत को हमेशा के लिये लात मार दी जाए जिस की वजह से यह सब हुआ। कह तो वह युवक भी रहा था कि अब तो पान को हाथ नहीं लगाऊंगा.और कह रहा था कि पिछले चार पांच वर्ष से वह रोज़ाना एक सिगरेट पीता है आज से वह भी छोड़ देगा।
जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि जितनी भयानक यह तकलीफ़ दिखती है उतनी है नहीं, इस उम्र में इस अवस्था का इलाज बिल्कुल आसान है लेकिन आगे से उसे सुधर जाना होगा।
सूजे हुये मसूड़े जिन का रंग लाल हो चुका है
दांतों पर टॉरटर जमा हुआ है
नार्मल मसूड़ों में एक फीचर – stippling – इस के मसूड़ों से गायब है, इस का मतलब यह है कि सामान्य मसूड़े को देखने पर उनका टैक्श्चर बिल्कुल संतरे के छिलके जैसा लगता है, जो कि पायरिया में गायब हो जाता है..
यह युवक पहले तो कह रहा था कि वह रोज़ाना एक तंबाकू वाला पान पिछले छःमहीने से खा रहा है ..लेकिन मेरे बार बार पूछने पर फिर कहने लगा कि शायद एक साल ही हो गया होगा। लेकिन मुझे लगता नहीं कि पान केवल एक साल में ही इतनी गड़बड़ कर सकता है, मैं जजमैंटल नहीं हो रहा हूं लेकिन मेरा अनुभव बता रहा है कि यह लंबे समय से यह तंबाकू वाला पान खा रहा होगा।
वैसे उस ने पिछले एक सप्ताह से पान खाना छोड़ दिया है ... मुझे कईं बार लगता है कि जैसे रेल का टी टी दिन में कईं बार सुनता है कि ओह...ओह ...मेरी टिकट कहां गई? किसी ने पर्स उड़ा लिया है ... टिकट तो मेरे पास ही थी.....उसी तरह हम लोग भी यह तंबाकू, गुटखा, पान, ज़र्दा के बारे में यह सुन सुन कर पक चुके हैं ..पहले खाता था, अब तो छोड़ चुके हैं!
लेकिन हमारी यही कोशिश होती है कि कोई बात नहीं, आज के बाद तुम्हारे मन में इन ज़हरीले पदार्थों के प्रति इतनी नफ़रत पैदा हो जाएगी कि तुम इन्हें देखोगे भी नहीं ... और अकसर मैं तो इस मिशन में कामयाब हो ही जाता हूं ..क्योंकि मुझे लगता है कि अगर मेरी हार होगी तो तंबाकू लॉबी की जीत हो जायेगी .....एक इंसान या यूं कह लें कि एक परिवार बरबाद हो जायेगा क्योंकि देर-सवेर कब यह आदत मुंह के कैंसर की खाई में धकेल देगी पता भी नहीं चलेगा और जब पता चलेगा भी तो बहुत देर हो चुकी होगी !!
दूसरी तस्वीर में आप देख सकते हैं कि उस के नीचे के अंदर वाले दांतों के अंदर भी कितना टॉरटर जमा हुआ है। इस का इलाज तो आसान है ही.. लेकिन उस के साथ साथ यह भी बेहद ज़रूरी है कि उस लत को हमेशा के लिये लात मार दी जाए जिस की वजह से यह सब हुआ। कह तो वह युवक भी रहा था कि अब तो पान को हाथ नहीं लगाऊंगा.और कह रहा था कि पिछले चार पांच वर्ष से वह रोज़ाना एक सिगरेट पीता है आज से वह भी छोड़ देगा।
जैसा कि मैंने पहले ही कहा है कि जितनी भयानक यह तकलीफ़ दिखती है उतनी है नहीं, इस उम्र में इस अवस्था का इलाज बिल्कुल आसान है लेकिन आगे से उसे सुधर जाना होगा।