रविवार, 27 जुलाई 2014

एकदम खालिस कैफ़ीन भी बिकती है इंटरनेट पर

अभी अभी यह जानना भी मेरे लिए एक बड़ी खबर थी कि शुद्ध कैफ़ीन पावडर इंटरनेट से भी खरीदा जा सकता है।

कैफ़ीन से अपना परिचय कालेज के दिनों में हुआ.....जब हमें यह पता चला कि चाय-काफी में भी कैफ़ीन होती है और थोड़ी बहुत मात्रा में तो ठीक है, यह ताज़गी देती है लेकिन इस की ज़्यादा मात्रा से कईं प्रकार का नुकसान होता है। यह भी तो एक तरह का नशा ही हुआ क्योंकि इस के ऊपर फिर एक तरह से डिपेंडैंस हो जाती है। 

कैफ़ीन की विशेषता यह भी सुनते थे अपनी फार्माकॉलोजी की प्रोफैसर से कि गांव के लोग क्यों बुखार वार होने पर एक प्याली चाय पी कर ही ठीक हो जाया करते थे, वह भी इसी कैफ़ीन का कमाल ही होता था---दवाईयों के वे लोग ज़्यादा आदि थे नहीं, इसलिए यह भी एक दवाई का ही काम करती थी, चाय पीने के बाद उन का पसीना-वीना निकल जाता था और वे छोटी मोटी तकलीफ़ से बाहर निकल आया करते थे, तरोताज़ा सा महसूस कर लेते थे। 

अभी ध्यान आ रहा था कि बचपन में हमारे दौर के लोगों की जुबां पर एक दवाई का नाम चढ़ गया था.......एपीसी......  APC... बाद में कॉलेज में फार्माकॉलोजी पढ़ने के दौरान पता चला कि इस में ए का मतलब है एसिटाअमाईनोफैन, पी से से फिनैसेटिन और सी से कैफ़ीन.... यह टेबलेट बड़ी पापुलर सी हुआ करती थी। सरकारी अस्पतालों के नुस्खों पर पहली दवा यही हुआ करती थी..... फिर अस्सी के दशक में अमेरिका में जब फिनेसेटिन पर प्रतिबंध लगा दिया गया तो फिर यह टेबलेट यहां से भी गायब हो गई। हमारे घर में भी एपीसी की गोलियां बहुत इस्तेमाल हुआ करती थीं....दांत दर्द, बदन दर्द, सिर दर्द, बुखार, ..हर किस्म के दर्द का बस एक ही इलाज हुआ करता था। 

इस पृष्ठभूमि के साथ अपनी बात कहनी शुरू करें....शुद्ध कैफ़ीन के बारे में। यह जो शुद्ध कैफ़ीन पावडर के पैकेट इंटरनेट पर बिक रहे हैं, यह एक चिंताजनक ट्रेंड है। अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन ने इस के बारे में लोगों को सावधान करते हुआ कहा है कि शुद्ध कैफ़ीन का एक चम्मच कॉफी के २५ कपों को एक साथ पी लेने के बराबर है।

एफ डी आई ने मां-बाप को भी इस मुसीबत से बच्चों को बचाए रखने के लिए कहा है क्योंकि यह कैफ़ीन एक बहुत शक्तिशाली स्टुम्लैंट (उत्तेजित करना वाला) है और ज़रा सी भी लापरवाही से शुद्ध कैफ़ीन की थोड़ी सी मात्रा से भी ओवरडोज़ का खतरा हो सकता है। 

मैं जो चेतावनी पढ़ रहा था उस में स्पष्टता से लिखा है कि कैफ़ीन की ओवरडोज़ से दिल की धड़कन में कुछ खतरनाक बदलाव, दौरे और मृत्यु तक हो सकती है। उल्टी आना, दस्त लगना और बेसुध सा हो जाना कैफ़ीन की विषाक्ता के लक्षण हैं। और शुद्ध कैफ़ीन के पावडर रूप में सेवन करने में ये लक्षण चाय, काफ़ी, या अन्य कैफ़ीन सम्मिलित पेय पदार्थ पीने वालों की अपेक्षा में बहुत ज़्यादा उग्र किस्म के होते हैं। 
अब ऑनलाइन पर हर कुछ खरीदना वैसे ही बहुत आसान सा हो गया है, मन में विचार आया और तुरंत खरीद लिया और अगले दिन आप के द्वार पर सामान पहुंच जाता है, ऐसे में स्वयं भी सचेत रहिए, दूसरों को भी करते रहिए।


2 टिप्‍पणियां:

  1. ब्लॉग बुलेटिन की आज रविवार’ २७ जुलाई २०१४ की बुलेटिन -- कहाँ खो गया सुकून– ब्लॉग बुलेटिन -- में आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है ... सादर आभार!

    जवाब देंहटाएं
  2. सेंगर जी, बहुत बहुत धन्यवाद, इस बात को और भी लोगों तक पहुंचाने के लिए।

    जवाब देंहटाएं

इस पोस्ट पर आप के विचार जानने का बेसब्री से इंतज़ार है ...