आज पता चला कि चीन में जितने स्मोकर हैं उतने किसी देश में भी नहीं.... थोड़ा सा इत्मीनान हुआ कि चलो इस काम में तो हम अभी पीछे हैं। हां, तो खबर थी कि चीन में स्मोकिंग पर बैन तो लग गया है लेकिन स्मोकिंग करने वाले को किसी दंड की बात नहीं कही गई है।
और एक बात, स्मोकिंग को रेस्टरां, होटलों, पब्लिक जगहों पर तो बैन किया गया है (वह भी बिना किसी दंड के!!) लेकिन दफ्तरों में ऐसा कोई बैन नहीं लगाया गया है। बड़ी हैरानी सी हुई यह पढ़ कर ...और अगर बीबीसी साइट पर यह लिखा है तो खबर विश्वसनीय तो है ही।
The new rules prohibit smoking in places like restaurants, hotels, railway stations or theatres, but not at the office. ......BBC Story... China Ban on Smoking in Public Places
बीबीसी की इस स्टोरी में यह भी लिखा है कि किस तरह चीन के लोग स्मोकिंग के दुष्परिणामों से अनभिज्ञ हैं, वैसे यह बड़ी ताजुब्ब की बात है कि रेस्टरां, होटल में कोई खाना खा रहा है तो साथ वाले टेबल पर कोई सिगरेट फूंके जा रहा है जिस का धूंआ आप को परेशान कर रहा है। कम से कम मुझे यह सब भारत में तो देखने को नहीं मिलता। और वहां चीन में रेस्टरां वालों का कहना है कि वे किसी को सिगरेट सुलगाने के लिये मना भी नहीं कर सकते क्योंकि लोग बुरा मान जाते हैं।
और एक मजबूरी चीन में यह है कि वहां पर सिगरेटों का सारा धंधा एक सरकारी कंपनी के ही पास है जिससे सरकार को बेशुमार फायदा होता है .....अब समझ में बात आई कि स्मोकिंग का कानून तो बन गया है लेकिन दंड का प्रावधान नहीं है।
लेकिन सोच रहा हूं कि इस खबर से मैं क्यों इतना इतरा रहा हूं ...अगर हमारे यहां पर पब्लिक जगहों पर स्मोकिंग करने पर बैन है और इस के लिये जुर्माने आदि का भी प्रावधान है और शायद कुछ दंड का भी ...देखिये मेरा जी.के कितना खराब है, कि कानून का ठीक से पता ही नहीं है, कुछ लिखा तो होता है अकसर इन सार्वजनिक जगहों पर जहां कुछ बीड़ीबाजों के सिर के ऊपर एक तख्ती सी टंगी तो रहती है कि यहां धूम्रपान करने पर इतने रूपये का जुर्माना लगाया जायेगा और ,...........कुछ ध्यान में आ नहीं रहा। लेकिन इन लोगों को स्मोकिंग करने से रोकने के कुछ अपने अनुभव मैं अपने पुराने लेखों में लिख चुका हूं।
अब मैंने तो स्मोकिंग के विरूद्ध जंग का एक नया रास्ता अपना लिया है, अपने मरीज़ों को तो बीडी-सिगरेट-तंबाकू के खिलाफ़ बताता ही हूं लेकिन उस के मन में यह भी अच्छी तरह से डाल देता हूं कि काम करने वाली जगह पर जो तुम्हारा साथी बीड़ी फूंकता रहता है वह भी तुम्हारे लिये बड़ी नुकसानदायाक है, नुकसान केवल कश खींचने वाले तक ही महदूद नहीं है, यह धुआं जिधर भी जायेगा बीमारी ही पैदा करेगा।
इस लेख को समाप्त करते वक्त उस गीत का ध्यान आ गया .......अल्ला करम करना......
और एक बात, स्मोकिंग को रेस्टरां, होटलों, पब्लिक जगहों पर तो बैन किया गया है (वह भी बिना किसी दंड के!!) लेकिन दफ्तरों में ऐसा कोई बैन नहीं लगाया गया है। बड़ी हैरानी सी हुई यह पढ़ कर ...और अगर बीबीसी साइट पर यह लिखा है तो खबर विश्वसनीय तो है ही।
The new rules prohibit smoking in places like restaurants, hotels, railway stations or theatres, but not at the office. ......BBC Story... China Ban on Smoking in Public Places
यह खबर पढ़ कर इत्मीनान तो आप को भी होगा कि चलिये कुछ भी हो, कुछ स्मोकिंग करने वाले लोग ढीठ किस्म के हों, हट्ठी हों, अड़ियल हो, गुस्सैल हों, और चाहे अक्खड़ ही क्यों न हों, जिन्हें आप अपनी जान की सलामती की परवाह किये बिना स्मोकिंग न करने का मशविरा देने की हिम्मत न जुटा पाते हों, लेकिन एक बढ़िया सा कानून तो है जिस के अंतर्गत ज़ुर्माने आदि का प्रावधान तो है, इस से ज़्यादा जानकारी इस कानून के नुकीले दांतों के बारे में मुझे भी नहीं है।
बीबीसी की इस स्टोरी में यह भी लिखा है कि किस तरह चीन के लोग स्मोकिंग के दुष्परिणामों से अनभिज्ञ हैं, वैसे यह बड़ी ताजुब्ब की बात है कि रेस्टरां, होटल में कोई खाना खा रहा है तो साथ वाले टेबल पर कोई सिगरेट फूंके जा रहा है जिस का धूंआ आप को परेशान कर रहा है। कम से कम मुझे यह सब भारत में तो देखने को नहीं मिलता। और वहां चीन में रेस्टरां वालों का कहना है कि वे किसी को सिगरेट सुलगाने के लिये मना भी नहीं कर सकते क्योंकि लोग बुरा मान जाते हैं।
और एक मजबूरी चीन में यह है कि वहां पर सिगरेटों का सारा धंधा एक सरकारी कंपनी के ही पास है जिससे सरकार को बेशुमार फायदा होता है .....अब समझ में बात आई कि स्मोकिंग का कानून तो बन गया है लेकिन दंड का प्रावधान नहीं है।
लेकिन सोच रहा हूं कि इस खबर से मैं क्यों इतना इतरा रहा हूं ...अगर हमारे यहां पर पब्लिक जगहों पर स्मोकिंग करने पर बैन है और इस के लिये जुर्माने आदि का भी प्रावधान है और शायद कुछ दंड का भी ...देखिये मेरा जी.के कितना खराब है, कि कानून का ठीक से पता ही नहीं है, कुछ लिखा तो होता है अकसर इन सार्वजनिक जगहों पर जहां कुछ बीड़ीबाजों के सिर के ऊपर एक तख्ती सी टंगी तो रहती है कि यहां धूम्रपान करने पर इतने रूपये का जुर्माना लगाया जायेगा और ,...........कुछ ध्यान में आ नहीं रहा। लेकिन इन लोगों को स्मोकिंग करने से रोकने के कुछ अपने अनुभव मैं अपने पुराने लेखों में लिख चुका हूं।
अब मैंने तो स्मोकिंग के विरूद्ध जंग का एक नया रास्ता अपना लिया है, अपने मरीज़ों को तो बीडी-सिगरेट-तंबाकू के खिलाफ़ बताता ही हूं लेकिन उस के मन में यह भी अच्छी तरह से डाल देता हूं कि काम करने वाली जगह पर जो तुम्हारा साथी बीड़ी फूंकता रहता है वह भी तुम्हारे लिये बड़ी नुकसानदायाक है, नुकसान केवल कश खींचने वाले तक ही महदूद नहीं है, यह धुआं जिधर भी जायेगा बीमारी ही पैदा करेगा।
इस लेख को समाप्त करते वक्त उस गीत का ध्यान आ गया .......अल्ला करम करना......