आज सुबह यह न्यूज़-रिपोर्ट देख कर चिंता हुई कि भारत में एक भयंकर किस्म का हैज़ा दस्तक दे रहा है। एक के ऊपर एक मुसीबत ---- लोग अभी एक आपदा से उठ भी नहीं पाते और दूसरी सामने खड़ी दिखती है।
आगे गर्मी का मौसम होने की वजह से और भी एहतियात की ज़रूरत है। बात चिंताजनक तो है लेकिन जहां तक हो सके इस से बच कर ही रहना चाहिये।
बचाव के उपाय
इन के बारे में जानने के लिये यहां क्लिक करें
केवल उबला हुआ पानी अथवा जिस पानी को क्लोरीन से ट्रीट किया गया है ,वही सुरक्षित है। वैसे भी पानी की वजह से तो इतनी तकलीफ़े गर्मीयों में होती रहती हैं।
ध्यान रहे कि खाना अच्छी तरह से पका हुआ हो और जिस समय आप उसे लें वह गर्म हो।
कम पकी हुई अथवा कच्ची मछली से परहेज़ ही करना होगा।
खोमचे वालों से तरह तरह के खाद्य पदार्थ एवं पेय लेकर इस्तेमाल करना खतरे से खाली नहीं है।
ऐसे फल का सेवन करें जिस पर से छिलका आप ने स्वयं उतारा हो ----बाज़ार से कटे हुये फल लेकर खाना तरह तरह के रोगों को बुलावा देना ही है।
हैज़े के मरीज़ों के इस्तेमाल के लिये बिस्तर
credit: flickr/Teseum
हैज़े के लिये टीके के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुंह से ही सुनते हैं ---इस लेख में आप जब oral chlera Vaccines के अंतर्गत लिखी जानकारी देखेंगे तो पहली पंक्ति में आप एक शब्द देखेंगे ---parenteral cholera vaccine -- इस का भाव है कि इस से बचने का ऐसा टीका जिसे इंजैक्शन के द्वारा दिया जाता है जिस की वल्र्ड हैल्थ आर्गेनाइज़ेशन ने कभी सिफारिश नहीं की है। मुंह के रास्ते दिये जाने वाले टीके के बारे में पूरी जानकारी के लिये इस लिंक पर क्लिक करें।
आगे गर्मी का मौसम होने की वजह से और भी एहतियात की ज़रूरत है। बात चिंताजनक तो है लेकिन जहां तक हो सके इस से बच कर ही रहना चाहिये।
बचाव के उपाय
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केवल उबला हुआ पानी अथवा जिस पानी को क्लोरीन से ट्रीट किया गया है ,वही सुरक्षित है। वैसे भी पानी की वजह से तो इतनी तकलीफ़े गर्मीयों में होती रहती हैं।
ध्यान रहे कि खाना अच्छी तरह से पका हुआ हो और जिस समय आप उसे लें वह गर्म हो।
कम पकी हुई अथवा कच्ची मछली से परहेज़ ही करना होगा।
खोमचे वालों से तरह तरह के खाद्य पदार्थ एवं पेय लेकर इस्तेमाल करना खतरे से खाली नहीं है।
ऐसे फल का सेवन करें जिस पर से छिलका आप ने स्वयं उतारा हो ----बाज़ार से कटे हुये फल लेकर खाना तरह तरह के रोगों को बुलावा देना ही है।
हैज़े के मरीज़ों के इस्तेमाल के लिये बिस्तर
credit: flickr/Teseum
हैज़े के लिये टीके के बारे में विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुंह से ही सुनते हैं ---इस लेख में आप जब oral chlera Vaccines के अंतर्गत लिखी जानकारी देखेंगे तो पहली पंक्ति में आप एक शब्द देखेंगे ---parenteral cholera vaccine -- इस का भाव है कि इस से बचने का ऐसा टीका जिसे इंजैक्शन के द्वारा दिया जाता है जिस की वल्र्ड हैल्थ आर्गेनाइज़ेशन ने कभी सिफारिश नहीं की है। मुंह के रास्ते दिये जाने वाले टीके के बारे में पूरी जानकारी के लिये इस लिंक पर क्लिक करें।
खानपान में प्रिवेण्टिव जो सम्भव है, उसकी भी बात करें डाक्टर साहब।
जवाब देंहटाएंआजकल अमूमन हर शहर में पानी की समस्या है. भूजल में कमीं से ट्यूब वेल आदि भी सूखते जा रहे हैं. ऐसे में पानी के लिए भी दूसरे स्रोतों पर निर्भर होना पड़ रहा है जो साधारणतया दूषित ही रहते हैं,. आपने समय रहते सचेत कर दिया है. आभार.
जवाब देंहटाएंहम पानी के मामले मे बहुत असावधान हैं। लेकिन अब सावधान रहेंगे।
जवाब देंहटाएंउपयोगी जानकारी है आभार।
जवाब देंहटाएंशुक्रिया !
जवाब देंहटाएंबहुत ही उपयोगी जानकारी है.
जवाब देंहटाएंडाक्टर साहब, उपयोगी जानकारी के लिए धन्यवाद...
जवाब देंहटाएंजानकारी के लिए आभार। मैं भी इस विषय पर लिखना चाह रहा था, अच्छा हुआ थोडी हीलाहवाली हो गयी।
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तस्लीम
साइंस ब्लॉगर्स असोसिएशन
nice article, thanks for the information.
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