इसी क्रम में आज लखनऊ के किशोर-सुधार गृह के 51 तरूण आज इंडोर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए...दरअसल 14 दिन पहले किशोर-गृह में रहने वाले 55 बच्चों को कोरोना-पॉज़िटिव पाया गया...उन सब को लखनऊ स्थानीय प्रशासन द्वारा यहां दाखिल करवाया गया...चिकित्सा विभाग की मेहनत रंग लाई ...इन की पूर्ण सेवा-सुश्रुषा की गई ... कल टेस्ट हुआ तो 51 बच्चे कोरोना निगेटिव हो चुके थे ...आज इन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
आज इन बच्चों को यहां से डिस्चार्ज होने वाला इवेंट भी जैसे इंडोर अस्पताल के इतिहास में एक छोटा-मोटा सुनहरे पन्ने की तरह जुड़ गया...अगर देखा जाए तो किशोर-गृह से बच्चे आए...तंदरुस्त हो गये ...छुट्टी हो गई ...बात ख़त्म। ड्यूटी पूरी हुई। लेकिन नहीं, इस में भी कुछ भावुक क्षण जुड़ गए..।
श्रीमति अपर्णा त्रिपाठी -अध्यक्षा, उरे महिला कल्याण संगठन, लखनऊ (बाएं से तीसरी), सीएमएस उ रे डा. सिन्हा को किशोर-गृह के बच्चों के लिए उपहार सौंपती हुईं |
उत्तर रेलवे महिला स्वास्थ्य संगठन की अध्यक्षा श्रीमति अपर्णा त्रिपाठी ने इन सभी बच्चों को डिस्चार्ज किए जाने के समय एक एक टी-शर्ट और एक कैप देने का बेहद सराहनीय कदम उठाया...और तो और, जाते वक्त अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डा वी एम सिन्हा ने इस बच्चों को इतनी आत्मीयता और वात्सल्य-भाव से संबोधित किया जैसे हम लोग अपने बच्चों को दूसरे शहर में भेजने से पहले थोड़ा समझाते हैं ...थोड़ा आगाह करते हैं।
सभी बच्चों को एक स्मृति-चिन्ह की तरह उपहार दे कर भेजना और सीएमएस का स्वयं इन से इस तरह बातें करना किसी के भी मन को छू-जाए। इसे कहते हैं अपनी ड्यूटी से भी परे जा कर किसी काम को अंजाम देना.....श्रीमति अपर्णा त्रिपाठी और डा वी एम सिन्हा को बहुत बहुत साधुवाद। इन बच्चों को इस कदम से यह अवश्य लगा होगा कि हम भी समाज का एक सामान्य हिस्सा जो कि वे बेशक हैं...कोई पता नहीं कौन सी घड़ी, कौन सी घटना किस इंसान की ज़िंदगी बदल देती है.
बच्चों को देख कर ऐसा लग रहा था जैसे किसी नामचीन स्कूल में सुबह की असेंबली चल रही है और वे सब अनुशासन में रह कर अपनी बातें साझा कर रहे हैं ...डा सिन्हा ने उन्हें कहा कि आपने देखा कि किस तरह से सारे मेडीकल स्टाफ ने आप सब की सेवा की ...अब आप को भी अच्छा नागरिक बन कर देश का नाम रोशन करना है ...ऐसी पहल पहली बार देखने को मिली और सब को छू गई। 👏
इंडोर अस्पताल में कोरोना की टेस्टिंग का सिलसिला निरंतर चालू है ...और मरीज़ों की सूचना के लिए हर तरह की जानकारी उपलब्ध करवाई जा रही है ताकि आने वाले लोगों को असुविधा से बचाया जा सके...।