अकसर हमारे पास ऐसे मरीज़ आते रहते हैं जो किसी ऐसे दांत में ठंडा-गर्म लगने की शिकायत करते हैं जिस में पहले ही से फिलिंग की जा चुकी होती है और यह फिलिंग अकसर बहुत वर्ष पहले करवाई गई होती है।
वैसे तो किसी दांत में फिलिंग होने के बाद उस में ठंडा-गर्म लगने के बहुत से कारण हैं। और यह कारण फिलिंग करवाने के अगले दिन भी हो सकती है, कुछ दिनों के बाद भी और कुछ वर्षों के बाद भी। इस तरह से ठंडा गर्म लगने के अलग अलग कारण हैं।
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आज थोड़ी चर्चा करते हैं किसी फिलिंग किये हुये ऐसे दांत की जिस की फिलिंग कईं वर्षों पहले हो चुकी हो और अब उस दांत में फिर से ठंडा-गर्म लगना शुरू हो गया हो।
कुछ दिन पहले मेरे पास एक महिला आई थी जिस ने एक दाड़ में सिल्वर फिलिंग बहुत साल पहले करवा रखी थी लेकिन अभी उसे बहुत ही ज़्यादा ठंडा-गर्म लगने लगा था। मैंने जब उस के मुंह का निरीक्षण किया तो पता चला कि उस के फिलिंग वाले दांत में फिलिंग और दांत के बीच दो-तीन जगह छोटे छोटे गैप से हो गये हैं।
इस तरह के दांतों में ठंडा-गर्म लगने का यही कारण है ---ये फिलिंग और दांत के बीच में गैप के मुख्यतः दो कारण है --एक तो यह कि कईं बार फिलिंग के मार्जिन पर फिर से थोड़ा दंत-क्षय़( दांतों की सड़न, Dental caries) हो जाता है और दूसरा कारण होता है कि फिलिंग मैटीरियल ( सिल्वर हो या फिर कंपोज़िट हो) में समय के साथ कुछ बदलाव आते हैं जैसे कि सिल्वर में तो टारनिश एवं कोरोज़न (tarnish& corrosion) कुछ वर्षों बाद हो जाती है जिस की वजह से फिलिंग के मार्जिन पर लीकेज (leakage) हो ही जाती है और कंपोज़िट फिलिंग (वही दांत के कलर के साथ मेल खाती फिलिंग) में कुछ समय के बाद शरिंकेज (shrinkage) हो जाती है जिस के कारण दांत और फिलिंग में गैप आ जाने से ठंडा गर्म लगने लगता है।
हां, तो मैं उस महिला मरीज की बात कर रहा था--- इस केस में बस उस गैप को डैंटल-ड्रिल से थोड़ा सा बड़ा कर उस में वापिस थोड़ी सी फिलिंग कर दी जाती है और मरीज़ को तुरंत आराम आ जाता है जैसे मेरे उस मरीज़ को आया। सामान्यतयः किसी भी केस में फिलिंग निकालने की ज़रूरत नहीं पड़ती।