हमारा पेशा ही ऐसा है कि हमें बहुत से लोगों से मिलना होता है....कुछ जो लीक से हट कर दिखते हैं उन के बारे में जानने की उस्तुकता तो होती ही है।
कल भी जब एक सज्जन मेरे पास आए तो मैंने उन के पर्चे पर उम्र देखी ...७५ वर्ष..मुझे ताजुब्ब इसलिए हुआ कि वे जितने सक्रिय थे उस से उन की इतनी उम्र लग नहीं रही थी।
मैंने ऐसे ही पूछ लिया कि तिवारी जी, इस उम्र में भी आप टिप-टाप रहते हैं, देख कर खुशी हुई..लेकिन इस ज़िंदादिली का कोई राज़ हो तो शेयर करिए...अच्छा लगा उन की बात सुन कर। मेरे मुंह से टिप-टाप शब्द सुन कर खुश हो गये और कहने लगे कि इस का मुझे शौक है।
दोस्तो, तिवारी जी को रिटायर हुए १८ साल हो चुके हैं...ये सादा जीवन उच्च विचार वाली जीवन शैली में विश्वास रखते हैं. किसी भी तरह के व्ययसन को छुआ तक नहीं..बस सादी दाल, रोटी, साग सब्जी में ही आनंद आता है। बच्चे अच्छे से सेटल हैं...संयुक्त परिवार है।
जो अहम् बातें इन्होंने शेयर की हैं तीन चार...वही मैं आप से शेयर करने वाला हूं।
यह टहलते रोजाना हैं...पहले पांच छः किलोमीटर चलते थे ...अब कहते हैं तीन चार किलोमीटर ही चलता हूं और जाड़े के दिनों में तो बंद कर देता हूं।
लेकिन एक बात इन्होंने १९९९ से गांठ बांध रखी है...ये नित्य-प्रतिदिन प्राणायाम् करते हैं। मैंने पूछा बाबा रामदेव से सीखा होगा टीवी पर.....नहीं, कहने लगे कि उन के सेंटर में जाकर उन के शिक्षकों से सीखा।
कहने लगे कि पहले मैं बीमार ही रहता था लेकिन अब एक दम फिट रहता हूं...इन से मिल कर बहुत खुशी हुई... कहने लगे साईकिल चलाता हूं...लेकिन आज आप के पास अपने पुराने चेतक पर आया हूं...बीवी कह रही थी कि मत जाओ स्कूटर पर, अब उम्र हो गई है... कहने लगे कि मैंने उसे कहा कि तुम चिंता मत करो, यह देखो, मेरे पास मोबाइल है, जब चाहो मेरे से बात कर लेना।
हां, एक बात और ... कहते हैं मैं सुबह एक लिटर पानी पीता हूं...पहले सवा लिटर पी लिया करता था...बता रहे थे कि उस से मुझे अच्छा लगता है।
इस के बारे में मैं फिर कभी चर्चा करूंगा कि कितना पानी पीना चाहिए ... लेकिन मेरा व्यक्तिगत विचार है कि सुबह एक दो गिलास पानी पीना ठीक है, अपनी क्षमता अनुसार। लेकिन मैंने इस बात को अकसर अनुभव किया है कि हम लोग सुबह सुबह पानी पीने में इतनी रूचि लेते नहीं हैं.....अब देखिए,मेरे जैसे लोग थोड़ा बहुत जानते ही हैं, मैं भी इस के बारे में ज़्यादा सचेत नहीं था....पिछले दिनों अखबार में एक विशेषज्ञ का लेख देखा था, इसलिए अब सुबह उठ कर एक दो गिलास पानी पीने की आदत डाल रहा हूं।
हां तो दोस्तो, मैंने इस ७५ साल के जवान की बातें आप से इसलिए शेयर की ताकि हम लोग जहां से भी प्रेरणा मिले ले लिया करें.....मैं भी १९९० के दशक में कईं वर्ष तक नियमित प्राणायाम् किया करता था ...फिर जब से बंबई छूटा तो यह प्राणायाम् भी दूर छूट गया।
मैंने तिवारी जी को कहा कि आप की बातों से मुझे इतनी प्रेरणा मिली है कि मैंने भी निश्चय किया है कि आज ही से मैं भी प्राणायाम् फिर से शुरू कर करूंगा...मैंने इसकी बाकायदा सिखलाई ली हुई है..लेकिन मैं अपनी सेहत के बारे में ज़्यादा जागरूक नहीं हूं....कोई चिराग भी नहीं हूं ..कि वह वाली कहावत ही कह लूं......चिराग तले अंधेरा।
लेकिन इतना पक्का है कि मुझे जहां से भी कुछ अच्छी बातें मिलती हैं, मैं ग्रहण करने का एक अदना सा प्रयास ज़रूर कर लेता हूं...
तिवारी जी को मैंने भी दो हिदायतों की घुट्टी पिला ही दी.....एक तो इन का नाश्ता मुझे कमजोर दिखा...मैंने बताया कि नाश्ता डट कर किया करिए...सूखी रोटी साग सब्जी... दलिया आदि का सेवन अच्छा रहता है और शाम के समय या कभी भी पिसे हुए भुने चने ज़रूर लिया करें...कह गये कि आप की बात ज़रूर मानूंगा।
आप सोच रहे होंगे कि तिवारी जी की सेहत अगर इतनी ही बढ़िया है तो फिर अस्पताल में करने क्या आए थे...हां, तो दोस्तो, तिवारी जी के दांत में कुछ कष्ट था, उस के निवारण के लिए आए थे, वह ठीक हो गया है।
आप ने तिवारी जी की जीवनशैली से क्या सीखा...........अच्छा मुझे यह भी बताइए कि यह जो मैने इन की तस्वीर यहां लगाई है, इस में इन की उम्र कितनी दिखती है?... यह फोटू मैंने इन की आज्ञा से खींची है ....मैंने इन्हें बताया कि मैंने आप की सेहत का राज़ बहुत से लोगों से शेयर करना है। मेरी बात सुन कर खिलखिला कर हंस दिए।
कल भी जब एक सज्जन मेरे पास आए तो मैंने उन के पर्चे पर उम्र देखी ...७५ वर्ष..मुझे ताजुब्ब इसलिए हुआ कि वे जितने सक्रिय थे उस से उन की इतनी उम्र लग नहीं रही थी।
मैंने ऐसे ही पूछ लिया कि तिवारी जी, इस उम्र में भी आप टिप-टाप रहते हैं, देख कर खुशी हुई..लेकिन इस ज़िंदादिली का कोई राज़ हो तो शेयर करिए...अच्छा लगा उन की बात सुन कर। मेरे मुंह से टिप-टाप शब्द सुन कर खुश हो गये और कहने लगे कि इस का मुझे शौक है।
दोस्तो, तिवारी जी को रिटायर हुए १८ साल हो चुके हैं...ये सादा जीवन उच्च विचार वाली जीवन शैली में विश्वास रखते हैं. किसी भी तरह के व्ययसन को छुआ तक नहीं..बस सादी दाल, रोटी, साग सब्जी में ही आनंद आता है। बच्चे अच्छे से सेटल हैं...संयुक्त परिवार है।
जो अहम् बातें इन्होंने शेयर की हैं तीन चार...वही मैं आप से शेयर करने वाला हूं।
यह टहलते रोजाना हैं...पहले पांच छः किलोमीटर चलते थे ...अब कहते हैं तीन चार किलोमीटर ही चलता हूं और जाड़े के दिनों में तो बंद कर देता हूं।
लेकिन एक बात इन्होंने १९९९ से गांठ बांध रखी है...ये नित्य-प्रतिदिन प्राणायाम् करते हैं। मैंने पूछा बाबा रामदेव से सीखा होगा टीवी पर.....नहीं, कहने लगे कि उन के सेंटर में जाकर उन के शिक्षकों से सीखा।
कहने लगे कि पहले मैं बीमार ही रहता था लेकिन अब एक दम फिट रहता हूं...इन से मिल कर बहुत खुशी हुई... कहने लगे साईकिल चलाता हूं...लेकिन आज आप के पास अपने पुराने चेतक पर आया हूं...बीवी कह रही थी कि मत जाओ स्कूटर पर, अब उम्र हो गई है... कहने लगे कि मैंने उसे कहा कि तुम चिंता मत करो, यह देखो, मेरे पास मोबाइल है, जब चाहो मेरे से बात कर लेना।
हां, एक बात और ... कहते हैं मैं सुबह एक लिटर पानी पीता हूं...पहले सवा लिटर पी लिया करता था...बता रहे थे कि उस से मुझे अच्छा लगता है।
इस के बारे में मैं फिर कभी चर्चा करूंगा कि कितना पानी पीना चाहिए ... लेकिन मेरा व्यक्तिगत विचार है कि सुबह एक दो गिलास पानी पीना ठीक है, अपनी क्षमता अनुसार। लेकिन मैंने इस बात को अकसर अनुभव किया है कि हम लोग सुबह सुबह पानी पीने में इतनी रूचि लेते नहीं हैं.....अब देखिए,मेरे जैसे लोग थोड़ा बहुत जानते ही हैं, मैं भी इस के बारे में ज़्यादा सचेत नहीं था....पिछले दिनों अखबार में एक विशेषज्ञ का लेख देखा था, इसलिए अब सुबह उठ कर एक दो गिलास पानी पीने की आदत डाल रहा हूं।
हां तो दोस्तो, मैंने इस ७५ साल के जवान की बातें आप से इसलिए शेयर की ताकि हम लोग जहां से भी प्रेरणा मिले ले लिया करें.....मैं भी १९९० के दशक में कईं वर्ष तक नियमित प्राणायाम् किया करता था ...फिर जब से बंबई छूटा तो यह प्राणायाम् भी दूर छूट गया।
मैंने तिवारी जी को कहा कि आप की बातों से मुझे इतनी प्रेरणा मिली है कि मैंने भी निश्चय किया है कि आज ही से मैं भी प्राणायाम् फिर से शुरू कर करूंगा...मैंने इसकी बाकायदा सिखलाई ली हुई है..लेकिन मैं अपनी सेहत के बारे में ज़्यादा जागरूक नहीं हूं....कोई चिराग भी नहीं हूं ..कि वह वाली कहावत ही कह लूं......चिराग तले अंधेरा।
लेकिन इतना पक्का है कि मुझे जहां से भी कुछ अच्छी बातें मिलती हैं, मैं ग्रहण करने का एक अदना सा प्रयास ज़रूर कर लेता हूं...
तिवारी जी को मैंने भी दो हिदायतों की घुट्टी पिला ही दी.....एक तो इन का नाश्ता मुझे कमजोर दिखा...मैंने बताया कि नाश्ता डट कर किया करिए...सूखी रोटी साग सब्जी... दलिया आदि का सेवन अच्छा रहता है और शाम के समय या कभी भी पिसे हुए भुने चने ज़रूर लिया करें...कह गये कि आप की बात ज़रूर मानूंगा।
आप सोच रहे होंगे कि तिवारी जी की सेहत अगर इतनी ही बढ़िया है तो फिर अस्पताल में करने क्या आए थे...हां, तो दोस्तो, तिवारी जी के दांत में कुछ कष्ट था, उस के निवारण के लिए आए थे, वह ठीक हो गया है।
आप ने तिवारी जी की जीवनशैली से क्या सीखा...........अच्छा मुझे यह भी बताइए कि यह जो मैने इन की तस्वीर यहां लगाई है, इस में इन की उम्र कितनी दिखती है?... यह फोटू मैंने इन की आज्ञा से खींची है ....मैंने इन्हें बताया कि मैंने आप की सेहत का राज़ बहुत से लोगों से शेयर करना है। मेरी बात सुन कर खिलखिला कर हंस दिए।