धूम्रपान से निजात पाने के लिए एक करामाती दवा आज कल अमेरिका, ब्रिटेन एवआस्ट्रेलिया में चल रही है। धूम्रपान विऱोधी खेमे में एक क्रांति सी ला देने वाली इस टेबलेट को अमेरिका एवं ब्रिटेन में 62 से ज्यादा मृत्यु के केसों के साथ जोड़ा गया है और मन में आत्महत्या जैसे विचारों एवं डिप्रेशन( अवसाद) के हज़ारों केसों में इसे ही जिम्मेदार ठहराया गया है।
यह टेबलेट मस्तिष्क में निकोटीन रिसेप्टरस को ही ब्लाक कर देती है ( This revolutionary pill blocks nicotine receptors in the brain) और पिछले एक साल में हज़ारों मरीज़ों में इस के दुष्परिणाम पाने जाने के बावजूद धूम्रपान विरोधी संगठन इस का समर्थन कर रहे हैं।
यह टेबलेट 26 देशों में बिक रही है। अमेरिका में 450 लाख लोग धूम्रपान करते हैं और इन में से प्रत्येक वर्ष 70फीसदी लोग धूम्रपान छोड़ना चाहते हैं । हर सिगरेट पीने वाला जब इसे छोड़ना चाहता है तो यह काम अपने ही ढंग से करता है और औसतन 8 से 11 बार इसे छोड़ने की कोशिश करता है।
इस टेबलेट को बनाने वाली कंपनी को अब इस के संभावित साइड-इफैक्टस के बारे में चेतावनी को और भी अच्छे से , पैकिंग की और भी प्रोमिनैंट जगह पर लगाने का निर्णय लेना पड़ा है।
चलो, अच्छा है वहां पर विभिन्न नियंत्रणों के रहते कंपनी को यह तो फैसला तो करना पड़ा----हमारे यहां जैसे थोड़ी ही बात है जहां पर तंबाकू उत्पादों पर ही वैधानिक चेतावनी कुछ इस तरह से दी गई होती है कि बस वे वैधानिक फार्मैलिटि ही पूरी करती दिखती हैं, बाकी कुछ नहीं....भाषा भी ज्यादातर अंग्रेजी जो देश की अधिकांश जनता न पढ़ सकती है, न समझ ही सकती है। और तो और वैधानिक चेतावनी भी कुछ इस तरह से लिखी गई होती है कि उसे कोई अगर मुश्किल से देख भी ले तो पढ़ न पाए। तंबाकू युक्त पान-मसालों एवं ज़र्दा का भी यही हाल है। बाकी सारी बात हिंदी में, लेकिन चेतावनी अकसर अंग्रेज़ी ही में होती है।
यह क्या आप किस सोच में पड़ गए........देखिए, किसी दूसरे के तजुर्बे से भी हम अगर कुछ सीख ले लेते हैं तो बहुत अच्छा है। अब तो छोड़ दो, दोस्तो, इस स्मोकिंग को न छोड़ने के बहाने---किसी टेबलेट की इंतजार न करें.....अगर अमेरिका के ठुकरा दिए जाने के बाद वह हमारे यहां आ भी जाएगी तो क्या है......आप उस के खतरनाक परिणाम अभी से ही जान चुके हो।
तो, क्या करें ?----अभी भी मेरे कुछ कहने को कुछ बचा है क्या----तो, फैंक दीजिए उस कैंसर स्टिक को जो आप हाथ में थामे हुए हैं.......Truly speaking, friends, this is very much a cancer-stick !!..इतने साल हो गए प्रोफैशन में.....लेकिन कितने लोगों ने नशा-विरोधी केंद्रों की मदद से इस लत को लात मारी होगी.....कुछ न ही कहूं तो ठीक है, आप सब भी सारी बात जानते हैं। कितने लोगों ने उस निकोटीन च्यूईँग गम को चबाने से इस आदत से निजात पाई होगी, अब क्या कहूं.......बार-बार मेरा मुंह मत खुलवाओ, दोस्तो, आप सब इन बातों के बारे में जानते हैं।
तो , तंबाकू किस को छोड़ते देखा है------केवल उन मन के मजबूत बंदों को जिन को दिल से इस शैतान से नफरत हो जाती है, और वे अचानक एक दिन ठोस फैसला कर लेते हैं कि अब नहीं.......आप अगर सिगरेट पीते हैं तो आप भी क्यों नहीं ऐसा ही करते ....एक झटके में छोड़ दीजिए......यकीन मानिए कुछ नहीं होगा.....अमेरिका वालों के पास अगर चमत्कारी गोली है , तो अपने यहां भी उस से हज़ारों गुणा ज्यादा चमत्कारी योग है, प्राणायाम है, जो आपकी इस शुभ काम में मदद कर सकता है, लेकिन आप एक बार मन बनाएं तो। हां, कुछ लोगों को इस आदत को छोड़ने पर कुछ दिनों के लिए बदन-दर्द, थोडा़ बुखार सा हो सकता है लेकिन उस के लिए तो छोटी-मोटी गोलियां हैं न, और आप का फैमिली डाक्टर है। अब , इतना तो सहना ही पड़ेगा ---अब अगर किसी ने चाय ही छोड़नी है तो उसे यह सब कुछ दिन सहना ही पड़ता है , और आप की तो इस कैंसर स्टिक छोड़ने से दुनिया ही बदल जाने वाली है।
जाते जाते एक बात, अगर कोई बंधु इस तंबाकू की लत की वजह से कोई भयंकर रोग लग जाने पर डाक्टर के कहने पर इस आदत को मजबूरी में बाय-बाय कहता है,तो मेरे विचार में यह कोई बहादुरी नहीं—
सब कुछ लुटा कर होश में आए तो क्या हुया.......................
Please stay away from smoking and people who are smoking…..because second-hand smoke is also very bad for our health. There was a news that some country has banned smoking in cars……….काश, इस देश की बसों में बीड़ी फूंकनी भी लोग बंद कर दें....इस से वे दूसरे लोगों की सेहत को भी कितना नुकसान पहुंचाते हैं, इस बात को हम क्यों नहीं लेते इतना सीरियस्ली ?