मंगलवार, 16 जून 2015

'मिस टनकपुर हाज़िर हो' की कुछ खबर तो होगी?

मुझे भी इस की कोई खबर नहीं थी...परसों की टाइम्स ऑफ इंडिया पर आज नज़र पड़ गई तो यह खबर दिख गई....

खबर यही कि मुजफ्फरनगर की एक खाप ने मिस टनकपुर हाजिर हो फिल्म के निर्माता को जिंदा या मुर्दा पकड़ने वाले को ५१ भैंसों का इनाम देने का निर्णय किया है।


मुझे तो यह खबर ही बड़ी बेवकूफी से भरी लगी...शायद पब्लिसिटी स्टंट ही हो यह सब....खाप ने इस तरह से भैंस के बलात्कार के विषय पर बनी फिल्म पर इस तरह का फरमान भी जारी कर दिया और टाइम्स ऑफ इंडिया जैसी अखबार ने इसे छाप भी दिया...आप को क्या लगता है?

मुझे तो इस का ट्रेलर देने की अभी उत्सुकता हुई ...आखिर इस में है क्या? ...देखा है अभी अभी, आप भी देखिए...यहां एम्बेड किए दे रहा हूं...


एक बात तो हो, जब कोई फिल्म सेंसर बोर्ड के द्वारा पास कर दी जाती है तो फिर उस के बाद इस तरह के फरमान बड़े हल्के से लगते हैं.....बिल्कुल वैसे ही जैसे सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद कोई कहे कि मैं तो इस फैसले को नहीं मानता। बहरहाल, सैंसर बोर्ड के आगे भी कानूनी रास्ते उपलब्ध हैं...अगर कोई इस्तेमाल करना चाहे....लेिकन सोचने वाली बात यह है कि अगर यह सब हो ही पब्लिसिटी गिमिक....

कल दोपहर में बैठे बैठे एक ट्रेलर और दिखा....कल रात माता का मुझे ई-मेल आया है.....मैंने अभी उसे भी फिर से यू-ट्यूब पर देखा है ...आप भी देखिए......मैं हैरान हूं कि अभी तक इस तरह के गीत बनाने वालों को कुछ धमकियां क्यों नहीं मिलीं कि तुमने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है, मजाक उड़ाया है! शायद मिली भी हों, पेपर में न छपी हों! लेकिन इस की पब्लिसिटी का कमाल देखिए...इस का ट्रैक सुन कर बेटे ने कहा है पापा, पहले ही दिन यह फिल्म तो देखनी है.. मैंने कहा मेरी भी टिकट ले लेना.. अभी तो आप देखिए कि गुड्‍डू रंगीला जी फरमा क्या रहे हैं!!


एक्सप्रेशन की स्वतंत्रता...हमारा संवैधानिक हक.....भी गजब की चीज़ है...काश, हम इसे संभाल कर रख सकें...और दूसरे की इसी स्वतंत्रता का आदर करते हुए सहनशीलता का परिचय देते रहें......काश!! 

मैंने तो यही नोटिस किया है कि कोई जितना भी आजकल इस तरह की बातों से चिढ़ता है, लोग उसे उतना ही चिढ़ाते हैं...क्या यह चिढ़ाना पहले नहीं होता था, जो बच्चे स्कूल में चिढ़ जाया करते थे छोटी छोटी बातों पे, हम उन के साथ ही बार बार पंगे लिया करते थे....है कि नहीं?....लेकिन अब सोशल मीडिया की वजह से इस का चिढ़ने-चिढ़ाने का     दायरा हमारी कल्पना से भी आगे निकल गया है.....Come on, guys, just chill !!   .....ठंड रखया करो यारो, ठंड !!