गुरुवार, 30 अक्तूबर 2014

दांतों का अपनी जगह से सरक जाना भी है पायरिया का लक्षण

यह ५०- ५५ वर्ष की महिला के दांतों की तस्वीर है.....आई तो थी ये दांत दिखाने नीचे वाले दांत....लेकिन उस ने पहले ही यह रिक्वेस्ट कर दी कि डाक्टर साहब, दांत छुईएगा मत। उसे डर था कि दांतों को चैक करने से दांत और भी हिल जाएंगे। ठीक है, जैसा वह चाहें। लेकिन देख तो सकते ही हैं।

आप इस महिला के नीचे वाले दांत इस तस्वीर में देख रहे हैं......इस ने यह भी बताया कि ये जो नीचे के दांत हैं इन सब में पहले थोड़ी थोड़ी जगह थी लेकिन अब दो दांत को बिल्कुल आपस में सट गये हैं......ऊपर वाले अगले दांतों में जैसा कि आप भी देख सकते हैं, गैप है......यह महिला बता रही थीं कि यह गैप बढ़ गया है...और एक दांत थोड़ा सा नीचे सरका दिख रहा है।

एक अहम् बात जो मैं इस पोस्ट के माध्यम से आप से शेयर करना चाहता हूं ... वह यह है कि अगर आप को लगे कि आप के दांतों में गैप बढ़ रहा है, या जहां पर पहले गैप नहीं था, अब बनने लगा है....और या फिर दो दांतों की आपस में घनिष्ठता ऐसी बढ़ने लगी है कि वे पहले से ज़्यादा पास पास आने लगे हैं या फिर कोई दांत अपनी जगह से उठा हुआ या लटका हुआ महसूस हो रहा तो .....यह सब पायरिया रोग के लक्षण हो सकते हैं......आप अपने दंत चिकित्सक से अवश्य मिल लें।

दरअसल होता यह है कि पायरिया में पहले तो मसूड़ों की सूजन होती है.....आम तौर पर लोग इसे अपने ही ढंग से.. कुछ मंजन वंजन लगा कर ठीक करने की नाकामयाब कोशिश करते रहते हैं...या फिर ब्रुश ही करना छोड़ देते हैं......इस का परिणाम यही होता है कि मसूड़ों की यह सूजन नीचे जबड़े की हड़्डी की तरफ़ बढ़ कर उसे नष्ट करना शुरू कर देती है....जिस के परिणामस्वरूप दांतों का यह हिलना-डुलना और अपनी जगह बदलना शुरू हो जाता है.....इसे डैंटल भाषा में हम कहते हैं......Pathological Migration of Teeth.

रही बात इस महिला की .....आज इस की पहली विज़िट थी.....आएंगी यह दो दिन बाद अपने पेस्ट और ब्रुश के साथ.....इलाज तो करेंगे ही ...चांद दिलाने का वायदा तो नहीं किया जा सकता लेकिन जो स्थिति है उसे तो बदतर होने से हर समय हम रोक ही सकते हैं.......यही बात जब मैंने उस से कही तो उस की समझ में आ गई। थैंक गॉड!!