बुधवार, 11 नवंबर 2009

जानवर आदमी से ज़्यादा वफ़ादार है !!

इस देश में जब कभी कोई गली का कुत्ता रोता है तो आसपास के घरों वाले लोग कांप जाते हैं ----क्योंकि यहां एक मान्यता सी बन चुकी है कि जब कुत्ता को भविष्य में कोई अनिष्ट होने का अंदेशा होता है तो ही वह रोता है। इसलिये लोग घर से बाहर निकल कर उसे दूर भगा कर अपनी आफ़त को दूसरे घरों की ओर ट्रांसफर कर के इत्मीनान कर लेते हैं। अब इस में कोई सच्चाई है कि नहीं यह तो मैं नहीं जानता, लेकिन इतनी बात तय है कि अमेरिका में इस तरह के कुत्ते हैं जो लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं।

अमेरिका में ऐसे ऐसे कुत्ते हैं जिन्हें बॉयो-डिटैक्शन डॉग्स कहते हैं और जो अपने मालिकों की सेहत पर एक सच्चे मित्र की तरह नज़र ऱखे रहते हैं। अगर इन का स्वामी मधुमेह के रोग से पीड़ित है और अगर उसे जब भी हाइपोग्लाईसीमिक एपीसोड ( hypoglycaemic episode) होने लगता है तो ये अजीब अजीब सी हरकत करने लग जाते हैं ---पूरी रिपोर्ट आप यहां पढ़-देख सकते हैं। अपने पालतू की इस तरह की हरकतें एक खतरे की घंटी जैसा काम करती हैं और मालिक अपनी गिरते शूगर स्तर को लाइन पर लाने के लिये तुरंत उचित उपाय कर लेता है।( हाइपोग्लाईसीमिक ऐपीसोड में क्या होता है कि किसी मधुमेह के रोगी की ब्लड-शूगर काफ़ी नीचे गिर जाने से उसे चक्कर जैसा आने लगता है ----और अगर तुरंत कुछ खा-पी न लिया जाये तो वह गिर भी सकता है !)
इसी तरह से ही अपने स्वामी में कैंसर की शिनाख्त करने में भी कुछ कुत्ते माहिर होते हैं। है कि नहीं हैरतअंगेज़ ? ऐसे ही तो नहीं इस जानवर को आदमी की सच्चा दोस्त कहा जाता !!
मेरा नाम जोकर के उस गाने का ध्यान आ रहा है ----जानवर आदमी से ज़्यादा वफ़ादार --- क्योंकि आदमी जिस थाली में खाता है उसी में छेक करने से रती भर भी गुरेज़ नहीं करता।