मीडिया डाक्टर
ब्लॉग लेखक- प्रवीण चोपड़ा.. २००७ से ब्लॉगिंग के गलियारों में आवाजाही
(यहां ले जाएं ...)
Healthy Scribbles
सेहतनामा
▼
रविवार, 14 सितंबर 2008
यह कैसी हिंदी है......कोरी सिरदर्दी है, दोस्तो।
›
कुछ दिन पहले जब मैं बाहर गया हुआ था तो मुझे मेरे बेटे की ई-मेल मिली ....खासी लंबी थी....इतनी लंबी कि मुझे उसे पढ़ते पढ़ते उस पर खीझ आ रह...
5 टिप्पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें