मीडिया डाक्टर
ब्लॉगर - डा. प्रवीण चोपड़ा.. 2007 से ब्लॉगिंग में सक्रिय
(यहां ले जाएं ...)
Healthy Scribbles
सेहतनामा
▼
गुरुवार, 23 नवंबर 2023
मुक़द्दर तो उन का भी होता है जिन के हाथ नहीं होते ....
›
आते जाते रस्तों पर कुछ मंज़र ऐसे होते हैं जो दिलोदिमाग में जैसे सेव हो जाते हैं..सेव ही नहीं हो जाते....लेकिन बार बार उन की फाइल ख़द-ब-ख़ुद ...
7 टिप्पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें