मीडिया डाक्टर
ब्लॉगर - डा. प्रवीण चोपड़ा.. 2007 से ब्लॉगिंग में सक्रिय
(यहां ले जाएं ...)
Healthy Scribbles
सेहतनामा
▼
गुरुवार, 28 अप्रैल 2022
ज़िंदगी ज़िंदाबाद....
›
मुझे कईं बार यह ख्याल आता है कि आदमी का क़द जितना बड़ा हो जाता है, उतना ही वह दुनिया से कटना शुरू हो जाता है...कद़ से मतलब यहां है रुतबा...इ...
2 टिप्पणियां:
‹
›
मुख्यपृष्ठ
वेब वर्शन देखें